हॉलमार्किंग के पहले चरण की शुरुआत 23 जून 2021 को हुई थी.
कहीं आपकी ज्वेलरी पर नकली हॉलमार्किंग तो नहीं,कैसे करें चेक? जानने के लिए सुनिए 'एक कहानी एक नसीहत' अमन गुप्ता के साथ.
सोने के आभूषण और कलाकृतियों की अनिवार्य हॉलमार्किंग का दूसरा चरण इस साल एक जून से शुरू होगा.
गोल्ड ज्वैलरी पर अनिवार्य हॉलमार्किंग को लेकर ज्वैलर्स में नाराजगी है. देश के 350 सर्राफा संघों ने हॉलमार्किंग के खिलाफ आज हड़ताल बुलाई है.
Gold Hallmarking: जीजेसी ने दावा किया कि हड़ताल को पूरे रत्न एवं आभूषण उद्योग के सभी चार क्षेत्रों के 350 संघों और महासंघों द्वारा समर्थन दिया जाएगा.
ज्यादातर कंज्यूमर्स गोल्ड ज्वैलरी की एक छोटी सी मात्रा खरीदने के लिए अपनी बचत का एक बड़ा हिस्सा खर्च करते हैं.
Hallmarking: हॉलमार्किंग का साल (वर्ष) और ज्वेलर का आइडेंटिफिकेशन नंबर शामिल होंगे. इन निशानों को मैग्नीफाइंग ग्लास से आसानी से देखा जा सकेगा.
Gold Hallmarking Mandatory: BIS के मुताबिक, सोने के हर गहने पर GST के साथ ही 35 रुपये का हॉलमार्किंग चार्ज लगता है.
सरकार 15 जून 2021 से गोल्ड हॉलमार्किंग अनिवार्य बनाने जा रही है, लेकिन ज्वैलर्स संगठनों का कहना है कि इसे लागू करने में अभी कई अड़चनें हैं.
Hallmarking: की समय सीमा बढ़ाकर 15 जून कर दी है. उपभोक्ता मामलों के मंत्री पीयूष गोयल की अध्यक्षता में हुई बैठक में इस संबंध में निर्णय लिया गया है.